CMO's obscene demand from a female teacher: CMO रामपुर की शिकायत पर निलंबित हुई शिक्षिका का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। दअरसल रामपुर की टांडा तहसील दिवस में पहुंचे जिलाधिकारी रामपुर के सामने किशनपुर अटरिया प्राथमिक विद्यालय के छात्रों व उनके अभिभावकों ने निलंबित हुई प्रधानाध्यापिका का निलंबन वापस करने व कथित रूप से दुर्व्यवहार व अश्लील डिमांड करने वाले सीएमओ के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।
किशनपुर अटरिया प्राथमिक विद्यालय के छात्र रहे शगुन' ने तहसील दिवस के बाहर मीडिया से रूबरू होकर निलंबित की गई टीचर की तारीफ करते हुए छात्रों के साथ अच्छा बर्ताव की बात कही इतना ही नहीं उन्होंने अपनी टीचर को भगवान तक का दर्जा दे दिया। छात्र ने यह भी बताया की आखिर किस तरह से महिला शिक्षिका के साथ सीएमओं ने कथित रूप से दुर्व्यवहार किया व अश्लील बात कही थी जिसके जवाब में महिला शिक्षिका ने अपने साथ बंदूक लाने की बात कही थी।
उधर सीएमओं रामपुर द्वारा को किशनपुर अटरिया प्राथमिक विद्यालय में निरीक्षण के लिए जाने पर प्रधानाध्यापिका द्वारा दुर्व्यवहार करने दोनाली बंदूक होने की बात कह कर 25 जुलाई को डीएम रामपुर से मौखिक शिकायत की थी जिस पर विभागीय कार्रवाई करते हुए महिला टीचर को न केवल निलंबित कर दिया गया बल्कि 16 अगस्त को आरोप पत्र भी दे दिया गया। एक तरफ निलंबन व फिर अगले ही दिन आरोप पत्र थमाए जाने जैसी विभागीय कार्रवाई से प्रताड़ना झेल रही महिला टीचर ने पूरा घटनाक्रम बताते हुए सीएमओ रामपुर पर गंभीर आरोप लगाए। महिला टीचर ने साफ किया की बंदूक साथ लाने की बात उन्होंने सीएमओ रामपुर के अनैतिक व अश्लील प्रस्ताव पर कही थी।
उन्होंने कहा कि 11 जुलाई को कोई इस घटना के बाद दो सप्ताह तक सीएमओ रामपुर ने महिला टीचर का इंतजार भी किया व कथित रूप से उनके अश्लील ऑफर पर नो कहने पर सीएमओ ने डीएम रामपुर से मनघड़त शिकायत कर दी। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के सरकारी नारे को जमीन पर उतरने वाली शिक्षिका खुद एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा कथित रूप से यौन उत्पीड़न का शिकार हो रही है।लेकिन उसके आरोपो की ना तो कोई जांच हुई न ही आरोपी अधिकारी से कोई जवाब तलब हुआ बल्कि सीधे पीड़ित शिक्षिका निलंबन की कार्रवाई कर दी गयी वअगले ही दिन आरोप पत्र भी थमा दिया गया। अश्लील डिमांड का आरोप लगाने वाली टीचर को एक तरफा सस्पेंड किए जाने पर बड़ा सवाल यह है की ऐसी स्थिति में नन्हे मुन्ने मासूमों विशेषकर लड़कियों को समाज में पनप रही कुरीतियों व अश्लीलता से लड़ने के लिए तैयार करने का भला कौन साहस कर सकता है।
इस पर सस्पेंड हुई प्रधान अध्यापक ने बताया मेरा नाम असमा परवीन हैं में उच्च प्राथमिक विद्यालय किशनपुर अटरिया नगर क्षेत्र रामपुर से हूं मैं इंचार्ज प्रधान अध्यापक पद पर हूं। सीएमओ सर किशनपुर अटरिया प्रांगण में आंगनबाड़ी चेक करने के लिए आए उनका ना तो मेरे स्कूल पर कोई ऑफलाइन भ्रमण था ना ही कोई ऑनलाइन व ना ही मेरे किसी रजिस्टर पर उनके साइन है लेकिन मेरा अपना व्यवहार है कि उच्च अधिकारी आते हैं तो उनके सम्मान में मैंने बोला सर बैठिए चाय पानी पूछा और वैसे ही नमस्ते करा।
उन्होंने मुझसे पूछा कि आप कौन हैं तो मैने उनसे कहा कि मैं यहां की इंचार्ज अध्यापिका हूं। उसके बाद उन्होंने काफी देर तक मेरी आंगनबाड़ी को बहुत टाइट किया व फिर एक आशा है रजनी मैम उनके साथ भी बहुत अबर्धता की कहा कि तुम बिलकुल जाहिल गवार हो उनके साथ काफी मिस बिहेव किया। मैं वहां 13 साल से जॉब में हूं मैने उनका थोड़ा सा फेवर किया उसके बाद वह मुझसे बोले कि अच्छा आप बहुत नेता बन रही हो। तो मुझसे बोले चलो अपना स्कूल चेक कराओ व मेरे ऊपर आरोप है कि मैंने अमर्यादित शब्द बोले वह मेरे क्लासेस में चले गए बच्चों से सवाल पूछे उन्होंने बिल्कुल सटीक जवाब दिया। उसके बाद मुझसे बोले कि आप अपनी स्कूल का भ्रमण दिखाइए उसके बाद मुझसे बोले की बहुत अच्छा पैसा लगा दिया है।
आपने स्कूल में यह दिव्यांग शौचालय क्यों लगाया हैं मैंने कहा कि बच्चों को प्रॉब्लम होती है वो भी इस्तेमाल कर लेते हैं और मैं भी थोड़ी मोटी हूं तो मैं भी यूज्ड कर लेती हूं तो उसके बाद मुझसे बोले कि आप कहां मोटी हो आप तो खाते पीते घर की हो इतनी सुंदर हो। तो मुझे थोड़ा अजीब लगा लेकिन उनकी एज मेरी डैडी के बराबर है तो मैं गलत नहीं समझी फिर मुझे दो-तीन बार बोले कि फोटो खिंचवा लो तो फिर मुझे मालूम हो गया मैंने अपने सहायक टीचर को बुलाया व मैं लास्ट कॉर्नर पर जाकर खड़ी हो गई।
उसके बाद भी उनकी मंशा ठीक-ठाक नहीं थी उसके बाद मुझे बोल चलिए कोने में चलते हैं वहां काफी क्लासेस खाली पड़े हैं वहां तक गई उसके बाद उन्होंने मुझसे काफी अश्लील व गंदी बात बोली मैं खुद भी सोच रही हूं तो इतना गुस्सा आ रहा है व मैं यह सोच रही हूं कि मैंने सिर्फ इतना ही क्यों कहा कि मैं आपके बिस्तर पर गन के साथ आऊं या रिवाल्वर के साथ आऊं मैंने उनको कुछ और क्यों नहीं कहा। मैं इतनी ज्यादा हाइपर हो गई थी मेरे कुछ समझ नहीं आया महिला अपने सम्मान अपने अस्तित्व व गरिमा को बचाने के लिए क्या करें।
इस विषय पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रामपुर ने बताया सीएमओ साहब प्राथमिक विद्यालय किशनपुर अटरिया नगर क्षेत्र रामपुर में पड़ता है उसमें निरीक्षण के लिए गए थे तो जब हमारी विभागीय मीटिंग हुई तो सीएमओ साहब ने यह बताया था सभी अधिकारियों को कि मैं प्राथमिक विद्यालय किशनपुर अटरिया में गया था मैंने जब जाकर के निरीक्षण किया तो वहां जाकर मैंने पूछा कि प्रधान अध्यापक कौन है तो वहां की जो हेड मास्टर थी जिनका नाम असमा परवीन बताया गया है वह बोली हां बताइए मैं हूं यहां की हेड मास्टर कुछ कहना है मेरे पास लाइसेंसी हथियार है मैं हथियार रखती हूं मैं किसी गुंडे से डरती नहीं हूं" इसके बाद सीएमओ साहब ने कहा कि यहां सारे बच्चे निपुण हो गए तो वहां की इंचार्ज आसमा परवीन थी उन्होंने कहा सारे गधे घोड़े नहीं हो सकते
उसके बाद जब यह सब चीजें मीटिंग में बताई गई क्योंकि टीचर की पद की गरिमा होती है।टीचर के पद की गरिमा के विपरीत उन्होंने कार्य किया है। तो उनको एक नोटिस हमने उनको जारी किया है 6 अगस्त को कि आपके द्वारा सीएमओ साहब के निरीक्षण के समय यह सब कहा गया।आपको इस संबंध में तीन दिवस के अंदर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें अन्यथा आपके विरुद्ध कार्रवाई कर दी जाएगी।
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